रोहतक, 19 मार्च -देश और प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते खतरे से बचने के लिए लोगों को अफवाहों, अन्धविश्वासों और आधारहीन सूचनाओं से बचना चाहिए, बल्कि अपने विवेक से जरूरी सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर गौमूत्र व गोबर से कोरोना वायरस का इलाज होने जैसे बेतुके दावे बड़े पैमाने किये जा रहे हैं। हमें ऐसी अफवाहों को फैलने से रोकने में सहयोग करना चाहिए। यह समय मजाक बनाने या बनने का नहीं बल्कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशानिर्देशों के मध्यनजर सचेत व सावधान होने का है। हरियाणा ज्ञान विज्ञान समिति कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाएगी। यह जानकारी समिति के राज्य सचिवमण्डल की ओर से जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में दी गई।
जबकि सही रूप में पका हुआ मांस खाने से किसी को भी कोरोना होने की शिकायत नहीं मिली है।
समिति राज्याध्यक्ष डॉ0 रणबीर सिंह दहिया व राज्य सचिव प्रमोद गौरी ने प्रदेश की जनता का आह्वान करते हुए कहा कि कुछ सावधानियां बरतने मात्र से ही कोरोना वायरस के संक्रमण से बचना बहुत आसान है। इसके लिए खाँसने या छींकने के बाद, खाना बनाने से पहले व खाना बनाने के बाद और खाना खाने से पहले तथा शौचालय के इस्तेमाल के बाद हर किसी को अपने हाथों को बार-बार साबुन से धोना चाहिए। बीमार व्यक्ति की देख-रेख साफ़ हाथों से करें। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि कुछ बड़े पदों पर आसीन नेताओं द्वारा लोगों के खान-पान को लेकर भी अजीब टिप्पणियां की जा रही हैं। जबकि अभी तक सही रूप में पका हुआ मांस खाने से किसी को भी कोरोना होने की शिकायत नहीं मिली है।
यदि आप पिछले दिनों में कोरोना वायरस से प्रभावित किसी देश से लौटे हैं तो घबराए नहीं, बल्कि सावधानी बरते। अपने आप को व अपने शहर को और अपने गांव को सुरक्षित रखें। नियमित रुप से साबुन से हाथ धोएं। छींकते और खांसते वक्त नाक और मुँह को ढकें। जिस व्यक्ति में खांसी, जुकाम, बुखार और सांस लेने में परेशानी के लक्षण दिखाई दें, उनसे दूरी बनाए रखें।
उन्होंने आगे बताया कि कोरोना वायरस एक नई बीमारी है जो कि आजकल चीन, इटली व अन्य देशों को बड़े पैमाने पर प्रभावित कर रही है। इस बीमारी से मृत्यु दर भी करीब ढाई प्रतिशत ही है। दुनिया भर में वैज्ञानिक इस बीमारी को रोकने के लिए दवा व टीका की खोज करने में लगे हुए हैं। जिससे भविष्य में इसका सरल हो पायेगा। यह एक फ्लू जैसी बीमारी है। खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ होना इसके मुख्य लक्षण हैं। ऐसे लक्षण पाए जाने पर घबराने की बजाए सावधानी बरतें और अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता पर ध्यान दें। अस्वस्थ महसूस होने पर फौरन अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या नागरिक अस्पताल में डॉक्टर से संपर्क करें। बीमारी को फैलने से रोकने के लिए किसी के सम्पर्क में न आएं। सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें। कोरोना के सम्बन्ध में अधिक जानकारी के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन 011-2397 8046, राज्य हेल्पलाइन 85588-93911, रोहतक हेल्पलाइन 9416479377, पीजीआईएमएस हेल्पलाइन 94164 47071 व जन स्वास्थ अभियान हरियाणा से 9812139001 पर संपर्क किया जा सकता है।
जारीकर्ता: सुरेश कुमार,
सहसचिव, हरियाणा ज्ञान-विज्ञान समिति
मो0 9416232339