नई दिल्ली:- निर्भया गैंगरेप मामले की सुनवाई कर रहे पटियाला हाउस कोर्ट के जज सतीश कुमार अरोड़ा का ट्रांसफर हो गया है|सतीश कुमार अरोड़ा पटियाला हाउस कोर्ट में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश के रूप में तैनात थे|अब जज सतीश अरोड़ा सुप्रीम कोर्ट में काम करेंगे|सुप्रीम कोर्ट में उन्हें अतिरिक्त रजिस्ट्रार के तौर पर एक साल के लिए डेपुटेशन पर भेजा गया है|
बतादे कि, जज सतीश कुमार अरोड़ा इसी महीने दो बार निर्भया के दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी कर चुके हैं|जज सतीश कुमार अरोड़ा ने पहले निर्भया के दोषियों को फांसी की सजा देने के लिए 22 जनवरी की सुबह 7 बजे का समय नियत किया था, लेकिन उनमें से एक दोषी की ओर से राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजे जाने के बाद उन्हें फांसी की सजा को टालना पड़ा और एक नया डेथ वारंट जारी कर फांसी की नै तारीख मुकर्रर करनी पड़ी|जो है 1 फरवरी 2020|अब 1 फरवरी 2020 को सुबह 6 बजे दोषियों को फांसी दी जाएगी|
*तैयारी पूरी, पूछी गई आखिरी इच्छा……..*
तिहाड़ जेल प्रशासन निर्भया के चारों दोषियों को फांसी की सजा देने को एकदम तैयार है|प्रशासन ने चारों दोषियों से उनकी आखिरी इच्छा पूछी है|प्रशासन की ओर से पूछा गया है कि फांसी से पहले वह अपनी अंतिम मुलाकात किससे करना चाहते हैं? उनके नाम अगर कोई प्रॉपर्टी या बैंक खाते में जमा कोई रकम है तो उसे किसके नाम ट्रांसफर करना चाहते हैं?
*केंद्र सरकार की सुप्रीम कोर्ट में याचिका- सात दिन के अंदर दोषियों को फांसी दे दी जाये*
केंद्र सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें सात दिन के अंदर दोषियों को फांसी देने की मांग की गई है|